बन के तेरा साया, हां, मैंने खुद को पाया। बन के तेरा साया, हां, मैंने खुद को पाया।
लौटना पड़ेगा अपनी ओर जीवन की ओर मनुष्य होने के एहसास की ओर। लौटना पड़ेगा अपनी ओर जीवन की ओर मनुष्य होने के एहसास की ओर।
मन का दरवाजा खटखटा के, रात को नींद से जगाते हो। मन का दरवाजा खटखटा के, रात को नींद से जगाते हो।
क्या करें इस विकास का, पहले हम ज्यादा सच्चे थे। क्या करें इस विकास का, पहले हम ज्यादा सच्चे थे।
देखो कितना शांत हूं मैं और कितना शांत है ये शमशान। देखो कितना शांत हूं मैं और कितना शांत है ये शमशान।
परियों ने किरणों की फिर अपने सोने से स्निग्ध पंख खोले परियों ने किरणों की फिर अपने सोने से स्निग्ध पंख खोले